इस article में हम जानेंगे की computer scientist कैसे बने इसके अलावा हम जानेंगे की एक computer scientist को किस प्रकार का व्यवहार करना चाहिए एवं उनके पास कौन-कौन से skills होना अनिवार्य है।
एक Computer Scientist होने का मतलब ये बिलकुल नहीं है की आपको सिर्फ programming आनी चाहिए इसमें आपको computer के द्वारा किये जाने वाले हर छोटे बड़े काम के algorithms को समझना होगा।
इससे पहले की हम computer scientist बनने के चरणों के बारे में आगे बात करें , ये जान लेना ज्यादा बेहतर होगा की algorithms क्या होते हैं ?
algorithm का सीधा सा मतलब ये है की किसी भी काम को करने के लिए कौन-कौन से steps को follow करना होगा। यदि computer की भाषा में बोले तो, किसी भी task को complete करने के लिए computer को जिन steps से गुजरना होता है उसे algorithm कहते हैं।
उदाहरण के तौर पर हम समोसा बनने के पीछे के algorithm को समझते हैं :
1. समोसा के आंटे के लिए मैदा को पानी के साथ मिला कर लोई बनाई जाती है।
2. उसके बाद आलू को उबला जाता है और छील कर सभी मसालो के साथ भूना जाता है।
3. अब भुने हुए आलू को आंटे के त्रिकोण में भर कर बंद कर दिया जाता है।
4. कड़ाही में धीमी आंच पर तेल गरम कर के समोसा को सुनहला होने तक तला जाता है।
इस तरह से हमारा समोसा खाने के लिए तैयार हो जाता है। ठीक उसी प्रकार कंप्यूटर के जितने भी functions काम करते है। उनके पीछे बहुत सारे steps होते है
अक्सर computer scientist programming नहीं किया करते। उनका अधिकतर समय किसी भी कम्प्यूटर के प्रोग्राम के पीछे के algorithms को समझने में ही बीत जाता है।
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Computer Scientist कैसे बने ?
एक सफल कंप्यूटर साइंटिस्ट बनने के लिए आपको अपने जीवन में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव करने होंगे। उन बदलावों के अलावा भी आपको बहुइट सारे steps उठाने होंगे, जिसके बारे में निचे विस्तार से बताया गया है।
1. पढाई से जीवन भर प्यार करना होगा
एक computer scientist बनने के लिए आपको अपना पूरा जीवन पढाई के प्रति समर्पित करना होगा। दरअशल एक कंप्यूटर साइंटिस्ट always एक student ही रहता है। इसमें आपको ट्रेनिंग के दौरान ही नहीं बल्कि अपने professional career में भी पढाई को स्थान देना होगा।
क्योकि समय के साथ technology में बदलाव आते रहते है, ऐसे में आपको हर एक नए programming language को जानना होगा , विकसित होने वाले हर नए algorithms का analysis करना होगा। यूँ समझ ले की आपको हर नए बदलावों से अपडेटेड रहना होगा।
2. अपने काम को समझें
एक computer scientist होने के नाते आपका काम सिर्फ problem solve करना नहीं होगा। बलकि आपको सभी problems को कुछ इस तरीके से solve करना होगा की अंतिम पड़ाव पर सभी आपके काम से खुश रहे। इसके लिए आपको coading skills के अलावा अपने comunication skills को भी develope करना होगा।
ताकि आप clients की जरूरतों को बेहतर ढंग से समझ सके और साथ में उन्हें अपने काम और project के बारे में informed रख सके।
3. सभी छोटी से छोटी चीजों के लिए Pseudocode लिखना शुरू करे
pseudocode कोई Programming Language नहीं है। दरअशल Pseudocodes अंग्रेजी में लिखे कुछ Phrase होते हैं, जो यह बताते है की वो program कैसे वर्क करेगा या उसे किस प्रकार से लिखा जाना है। लेकिन किसी भी Program को create करने से पहले pseudocode लिखना अनिवार्य है।
उदाहरण के लिए हमने जैसे समोसा बनाने के algorithm को लिखा। आप automatic रूप से साइकिल का पंचर बनाने के लिए AI और machine learning का उपयोग करने वाले program का pseudocode लिखिए। चाय बनाने का pseudocode लिखिए।
यदि आप इसी प्रकार से छोटी बड़ी चीजों के pseudocode लिखने लगेंगे तो जल्द ही आपको अगल बगल की सभी चीजों का pseudocode समझ में आने लगेगा।
इसे बकवास न समझे क्योकि इन्ही pseudocode को हमें computer की भाषा यानि programing language में लिखना होगा। हमने आपको ऐसे छोटे-छोटे example सिर्फ समझाने के लिए दिए हैं। ताकि आप को अपने चारो तरफ की घटनाओ में algorithms और pseudocode नजर आने लगे।
4. Programming language सीखें
जब आप pseudocode लिखना सिख लेंगे तो programming naturally सिख जायेंगे। तो एक किताब ख़रीदे और उसे पढ़ कर programming language सीखें। आप चाहे तो किसी professional के द्वारा बनाये गए online tutorial से भी programming language सिख सकते है।
फ़िलहाल object oriented language जैसे java और C ++ trend में है।
5. Algorithm Analysis पर जोर दें
Algorithm Analysis भी programming का एक महत्वपूर्ण भाग है। इसके अंतर्गत आपको अपने बनाये हुए programs का Analysis करना होगा एवं उसके अंदर जो faults है उन्हें ढूँढना होगा।
बेहतर analysis करने के लिए आपको, RAM (Random access machine) को deeply समझना होगा। limiting behavior of function के बारे में पढ़ना होगा। इसके अलावा आपको इस बात को समझना होगा की कैसे एक wrong input आपके पुरे program को break कर देगा या फिर आपके CPU Processing time को बहुत ज्यादा बढ़ा देगा।
एक computer scientist होने के नाते आपको इन challenges को face करना होगा और समय रहते counteract करना होगा।
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चलते-चलते :
One shot में कहे तो, एक Computer Scientist को हमेशा के लिए student बनना पड़ता है और विभिन्न प्रकार के Computer Faults से लड़ना होता है।
इस आर्टिकल में हमने जाना की Computer Scientist कैसे बने साथ ही इसके अंतर्गत हमने सभी महत्वपूर्ण छोटे बरे पहलुओं पर बात की।
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Google DSC के डेवलपर कम्युनिटी को लीड कर चुके शिवम सैंकड़ो लोगों को गूगल क्लाउड, web एवं एंड्राइड जैसी तकनीकों में प्रशिक्षण दे चुकें हैं. तकनिकी छेत्र में शिवम को महारत हासिल है. वे स्टार्टअप, सोशल मीडिया एवं शैक्षणिक विषयों पर टपोरी चौक वेबसाइट के माध्यम से जानकारियां साझा करतें हैं. वर्तमान में शिवम एक इंजिनियर होने के साथ साथ गूगल crowdsource के इन्फ्लुएंसर, टपोरी चौक एवं सॉफ्ट डॉट के संस्थापक इसके अलावा विभिन्न स्टार्टअप में भागीदारी निभा रहें हैं.